अधूरे हर्फ़
प्यार,
इश्क,
मुहब्बत ......
अधूरा प्रेम
लैला,
हीर,
सोहिनी .......
अधूरी जिंदगी
मँजनू,
राँझा,
महिवाल ......
सब अधूरा
परन्तु;
छाप
अमिट ......
ना मिले;
मीरा
और
कृष्ण भी तो ......
परन्तु;
पूर्ण प्रेम,
पूर्ण
एकात्मकता ......
ना हुये;
कान्हा भी तो
राधा
के .........
परन्तु;
जीवंत
अद्यतन; वह
प्रेम, वह पूर्णता .. .....
क्योंकि;
प्रेम नहीं
कभी भी
अधूरा .......
करता वह
परिपूर्ण;
समस्त
भावनाओं से .....
पढ़ाता,
मनुजता का
पाठ
सबको ......
....................................डॉ . रागिनी मिश्र ................
प्यार,
इश्क,
मुहब्बत ......
अधूरा प्रेम
लैला,
हीर,
सोहिनी .......
अधूरी जिंदगी
मँजनू,
राँझा,
महिवाल ......
सब अधूरा
परन्तु;
छाप
अमिट ......
ना मिले;
मीरा
और
कृष्ण भी तो ......
परन्तु;
पूर्ण प्रेम,
पूर्ण
एकात्मकता ......
ना हुये;
कान्हा भी तो
राधा
के .........
परन्तु;
जीवंत
अद्यतन; वह
प्रेम, वह पूर्णता .. .....
क्योंकि;
प्रेम नहीं
कभी भी
अधूरा .......
करता वह
परिपूर्ण;
समस्त
भावनाओं से .....
पढ़ाता,
मनुजता का
पाठ
सबको ......
....................................डॉ . रागिनी मिश्र ................
अद्भुत ....बहुत सुंदर सुदृढ़ रचना .....
जवाब देंहटाएंआभार ।
रचना ...
जवाब देंहटाएंकुछ अलग सी !
शुभकामनायें !
बढिया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार (2-3-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ!
प्रेम पूरा हो या नहीं , परिपूर्ण करता है ....
जवाब देंहटाएंवाकई ...
शानदार भावाभिव्यक्ति !
बहुत सुंदर....गहरी अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंnaye andaz me behatareen rachna
जवाब देंहटाएंwaah....bahut hi gahre vichar...jo dil tak utar gaye...laazwab rachna :)
जवाब देंहटाएंwaah...bahut hi gahri panktiyan jo dil ko chu gyi...ek laazwab rachna :)
जवाब देंहटाएंगहन भाव लिए सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर....
:-)
खूबसूरत भाव.
जवाब देंहटाएंसच कहा है ... प्रेम की अनुभूति ही पूर्णता का एहसास करा देती है ...
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना
जवाब देंहटाएंप्यार, इश्क और मोहब्बत की रुमानियत तलाशती सुंदर कविता. बधाई रागिनी जी इस सुंदर कविता हेतु.
जवाब देंहटाएंalag si prastuti
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
बेहद प्रभाव साली रचना और आपकी रचना देख कर मन आनंदित हो उठा बहुत खूब
जवाब देंहटाएंआप मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
तुम मुझ पर ऐतबार करो ।
.
दिल में गहरे उतारते ... सभी अनमोल छंद ...
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