अधूरे हर्फ़
प्यार,
इश्क,
मुहब्बत ......
अधूरा प्रेम
लैला,
हीर,
सोहिनी .......
अधूरी जिंदगी
मँजनू,
राँझा,
महिवाल ......
सब अधूरा
परन्तु;
छाप
अमिट ......
ना मिले;
मीरा
और
कृष्ण भी तो ......
परन्तु;
पूर्ण प्रेम,
पूर्ण
एकात्मकता ......
ना हुये;
कान्हा भी तो
राधा
के .........
परन्तु;
जीवंत
अद्यतन; वह
प्रेम, वह पूर्णता .. .....
क्योंकि;
प्रेम नहीं
कभी भी
अधूरा .......
करता वह
परिपूर्ण;
समस्त
भावनाओं से .....
पढ़ाता,
मनुजता का
पाठ
सबको ......
....................................डॉ . रागिनी मिश्र ................
प्यार,
इश्क,
मुहब्बत ......
अधूरा प्रेम
लैला,
हीर,
सोहिनी .......
अधूरी जिंदगी
मँजनू,
राँझा,
महिवाल ......
सब अधूरा
परन्तु;
छाप
अमिट ......
ना मिले;
मीरा
और
कृष्ण भी तो ......
परन्तु;
पूर्ण प्रेम,
पूर्ण
एकात्मकता ......
ना हुये;
कान्हा भी तो
राधा
के .........
परन्तु;
जीवंत
अद्यतन; वह
प्रेम, वह पूर्णता .. .....
क्योंकि;
प्रेम नहीं
कभी भी
अधूरा .......
करता वह
परिपूर्ण;
समस्त
भावनाओं से .....
पढ़ाता,
मनुजता का
पाठ
सबको ......
....................................डॉ . रागिनी मिश्र ................