tag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post4558478380341657862..comments2023-07-13T19:46:55.637+05:30Comments on अस्तित्व: "ये आग कब बुझेगी"?Raginihttp://www.blogger.com/profile/18060074016004549022noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-14244953880842595872012-09-14T17:58:18.045+05:302012-09-14T17:58:18.045+05:30जब तक वोटों,नोटों और आरक्षण पर राजनीति केन्द्रित र...जब तक वोटों,नोटों और आरक्षण पर राजनीति केन्द्रित रहेगी…… ये आग तब तक नहीं बुझेगी।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-67028177972308754052012-09-11T06:57:16.215+05:302012-09-11T06:57:16.215+05:30सबकी साझा कोशिशें ही बदल सकती है इन हालातों को.......सबकी साझा कोशिशें ही बदल सकती है इन हालातों को..... सार्थक पोस्ट डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-75812350737975841092012-09-08T19:49:09.897+05:302012-09-08T19:49:09.897+05:30 इस आग को बुझाने में अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों... इस आग को बुझाने में अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों की भी बराबर की ज़िम्मेदारी बनती है की वो अपने बच्चों और विद्यार्थियों को समान भाव से एक सही और अच्छी शिक्षा प्रदान करे। ताकि एक सभ्य समाज का निर्माण हो सके। बाक़ी तो दिगम्बर जी की बात से सहमत हूँ आजकल जो हालात हैं उनको मद्दे नज़र रखते हुए तो यह ज़रा भी नज़र नहीं आता की इस युग में यह आग कभी बुझ सकेगी। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-70157932076374430872012-09-07T22:13:29.260+05:302012-09-07T22:13:29.260+05:30बहुत बढ़िया पोस्ट ,काबिले तारीफ ।
मेरी नयी पोस्ट -...बहुत बढ़िया पोस्ट ,काबिले तारीफ ।<br />मेरी नयी पोस्ट -"क्या आप इंटरनेट पर ऐसे मशहूर होना चाहते है?" को अवश्य देखे ।धन्यवाद ।<br />मेरे ब्लॉग का पता है - harshprachar.blogspot.comHARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-69641447207724023172012-09-07T19:10:58.444+05:302012-09-07T19:10:58.444+05:30Jo haalat hain ... Usse to lagta hai ye aag sabko ...Jo haalat hain ... Usse to lagta hai ye aag sabko Jala ke hi bujhne wali hai ... Sarthak prashn ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-36390207510380726662012-09-07T15:30:43.699+05:302012-09-07T15:30:43.699+05:30रागिनी जी ये ही वो जहर है जो हम अपनी आने वाली नस्ल...रागिनी जी ये ही वो जहर है जो हम अपनी आने वाली नस्लों में भर रहे हैं। कभी वीपी सिंह ने मंडल की आग मे जलाया था हमारी पीढ़ी को। हम तो संभल गए क्योंकि हमारे माता-पिता ने बचपन से ही माहौल को समझना सिखाया था। मगर जो जल गए वो कहीं के न रहे। सवाल ये था कि हम शिक्षक या माता पिता क्यो बच्चों को सही रास्ता नहीं सिखा पाते। शिक्षकों के साथ समस्या ये है कि अगर वो बच्चों को सही सिखाते हैं तो कई बार अभिभावक ही आड़े आ जाते हैं। अब ये कविता जो बच्ची ने गाई ये तो उसे किसने सिखाई ये नहीं मालूम....पर मासूम बच्चे आज इस कविता को हास्य कविता समझ रहे हैं..पर यही पीढ़ी आगे जाकर इसे सच मानने लगेगी। क्योंकि हास्य कविता या व्यंग्य को समझना हर बच्चे को जल्दी नहीं आता। अब जितना जल्दी हो सकी हमारी पीढ़ी अगली पीढ़ी को इस आग से बचा सके तो बेहतर होगा। Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-91287619659630615342012-09-07T14:22:27.104+05:302012-09-07T14:22:27.104+05:30इस आग को बुझा पाना इतना आसान नहीं है ... एक बहुत ब...इस आग को बुझा पाना इतना आसान नहीं है ... एक बहुत बड़ा तबका इसको हर समय जलाए रखता है ... इस मे घी डालता रहता है और आम जनता की आहुती दिये रहता है !<br /><br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/09/blog-post_7.html" rel="nofollow"> मुझ से मत जलो - ब्लॉग बुलेटिन </a> ब्लॉग जगत मे क्या चल रहा है उस को ब्लॉग जगत की पोस्टों के माध्यम से ही आप तक हम पहुँचते है ... आज आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार ! शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-87097947707924554932012-09-07T12:15:07.855+05:302012-09-07T12:15:07.855+05:30रागिनी जी नमस्कार !
आपका लेख पढ़ा , आपके विचारों ...रागिनी जी नमस्कार !<br /><br />आपका लेख पढ़ा , आपके विचारों से सहमत हूँ ! लेकिन मेरे विचार से उस 6 साल की बच्ची की आँखों में "कुछ" नहीं होना चाहिए, और यक़ीनन यह "शेर" उस बच्ची की रचना नहीं होगी ! आपको उस बच्ची को अकेले में बुलाकर उससे उस "शेर" के जनक के बारे में अवश्य पूछना चाहिए ! मैं मानता हूँ की यह शेर का जनक जो भी होगा उसकी आँखों में आपको "कुछ" नहीं बल्कि इस समाज को तोड़ने वाला "बहुत कुछ" दिखाई देगा !<br /><br />धन्यवाद !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08476573657651306434noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2116586550283842629.post-47044883014573730162012-09-07T10:50:29.823+05:302012-09-07T10:50:29.823+05:30इसके लिए बस इन तथाकथित राजनेताओं का विवेक जाग्रत ह...इसके लिए बस इन तथाकथित राजनेताओं का विवेक जाग्रत होना ही एकमात्र उपाय है ......निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.com